घुटनों में दर्द होना एक सामान्य परेशानी होती है, जिसके चलते हम प्रतिदिन के कार्यों; जैसे चलना, सीढ़ी चड़ना,खेलना और आदि कामों को भी ठीक ढंग से नहीं कर पाते हैं| घुटनों का दर्द कम समय या अधिक समय के लिए भी हो सकता है| इसके कई कारण हो सकते हैं; जैसे मोच आना और पहले से ही कोई रोग होना आदि|
घुटनों के दर्द का कारण जानकर इसका उचित इजाल किया जा सकता है और यह महत्वपूर्ण भी होता है| यहाँ बताये गए कारणों को जानकर आप आसानी से पता लगा सकते हैं, कि आपको किस कारण घुटनों में दर्द हो रहा है| घुटनों के दर्द से छुटकारा पाने के 10 घरेलू उपचार के लिए आपको इसके लक्षणों को पहचानकर सही इलाज करना चाहिए|
Contents
- घुटनों के दर्द के कारण
- घुटनों के दर्द के लक्षण
- घुटनों के दर्द की रोकथाम
- घुटनों के दर्द के घरेलू उपचार
- विधि 1: कोल्ड कंप्रेस के इस्तेमाल से
- विधि 2: सेब के सिरका द्वारा
- विधि 3: हल्दी का उपयोग करके
- विधि 4: कैस्टर ऑयल की मालिश द्वारा
- विधि 5: सरसों के तेल से मालिश
- विधि 6: जिलेटिन और चेरी के सेवन से
- विधि 7: एप्सम साल्ट (मैग्नीशियम) के मिश्रण से
- विधि 8: जिन में भीगे हुए किशमिश के सेवन से
- विधि 9: कलौंजी के तेल से मालिश
- विधि 10: व्यायाम करके
- सुझाव
घुटनों के दर्द के कारण
- टेन्डोनिटिस - घुटनों के आस-पास की नसों में बार-बार सूजन या जलन होने से आपके घुटनों में दर्द हो सकता है| आमतौर पर नसों में सूजन वाली जगह पर त्वचा में सूजन आ जाती है और चलने-फिरने पर दर्द बढ़ता जाता है|
- असहज ढंग – कोई भी शारीरिक काम या जिम में व्यायाम करते समय गलत मुद्रा बनाकर बैठने से भी घुटनों में दर्द होने लगता है|
- उपास्थि की चोट – घुटनों के जोड़ों में अचानक से कोई बदलाव आने से उपास्थि में विकार आ सकता है| उपास्थि एक लचीला संयोजी ऊतक होता है| घुटनों, नाक, कान की हड्डियों के जोड़ उपास्थि के बने होते हैं| इनमें टूट-फूट होने से घुटनों में दर्द होता है|
- मोच आना – किसी जोड़ में मोच आ जाने पर यह अपने वास्तविक आकार में वापस नहीं आता है, जिससे घुटनों में दर्द बना रहता है|
- मांसपेशियों का फटना – घुटनों के जोड़ों के पास की मांसपेशियों के फटने से भी घुटनों में दर्द होता है|
- गठिया (आर्थ्राइटिस) – गठिया, घुटनों में दर्द होने का एक सामान्य कारण होता है|
- शरीर का वजन अधिक होने से घुटनों पर बल पड़ता है, जिससे घुटनों में दर्द होने लगता है|
- घुटनों के ऊपर की हड्डी के सही जगह पर न होने से घुटनों में बहुत तेज दर्द होता है और इस समय व्यक्ति को तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है|
घुटनों के दर्द के लक्षण
घुटनों में कभी-भी दर्द हो सकता है| घुटनों में दर्द के लक्षण चोट लगने की प्रकृति पर निर्भर करते हैं| इसके कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- घुटनों के जोड़ों में लगातार दर्द बने रहना
- चलने-फिरने पर चुभनभरा दर्द होना
- शरीर में सनसनी होने पर सुन्न पड़ जाना
- घुटनों में सूजन
- जोड़ों के आस-पास की त्वचा का नम हो जाना
घुटनों के दर्द की रोकथाम
कुछ बातों पर गौर करके घुटनों में होने वाले दर्द की रोकथाम की जा सकती है| घुटनों के दर्द से बचने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में सिर्फ कुछ ही बदलाव करने हैं|
- किसी भी तरह का व्यायाम करने से पहले वार्म अप कर लें|
- अपने घुटनों को आराम देने के लिए अधिक मेहनत वाले व्यायाम न करें|
- शरीर का वजन घटाकर घुटनों पर पड़ने वाले अतिरिक्त दबाव को कम किया जा सकता है|
- ऊबड़-खाबड़ सडकों पर चलने से बचें, समतल सड़कों; जैसे साइकिल ट्रैक पर चलें|
- नी ब्रेस (घुटनों की पट्टी) का इस्तेमाल करें| चलने में सरलता के लिए आप नी ब्रेस (घुटनों की पट्टी) लगे हुए जूतों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं|
- दौड़ने वाले जूतों को समय-समय पर बदलते रहें|
घुटनों के दर्द के घरेलू उपचार
अगर आपको कोई चोट लगने के कारण घुटनों में दर्द हो रहा है, तो आप प्राथमिक उपचार के रूप में राइस (RICE) विधि का इस्तेमाल करें|
R - रेस्ट (आराम) – चोट वाली जगह को सुरक्षा देने के लिए अपने पैरों को आराम दें|
I - आइस (बर्फ) – चोट वाली जगह पर आइस कंप्रेस के इस्तेमाल से वह जगह सुन्न हो जायेगी और आपको दर्द से आराम मिलगा| इससे सूजन भी तुरंत कम हो जाएगी|
C – कम्प्रेशन (दबाव बनाकर) – चोट वाली जगह पर गरम पट्टी बाँधकर सूजन को कम किया जा सकता है|
E – एलिवेशन (पैर को ऊपर उठाकर) – लेटने पर घुटनों के नीचे तकिया रखने से उस जगह का रक्त संचार धीमा हो जाता है, जिससे सूजन कम हो जाती है|
अगर इन प्राथमिक उपचारों को अपनाने एक बाद भी आपके घुटनों का दर्द कम नहीं होता है, तो आप घुटनों के दर्द से छुटकारा पाने के 10 घरेलू उपचार का इस्तेमाल कीजिये| लेकिन अगर आपको घुटनों में असहनीय दर्द हो रहा है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए|
विधि 1: कोल्ड कंप्रेस के इस्तेमाल से
अगर आपको घुटनों में चोट लग गयी है, तो आइस कंप्रेस के इस्तेमाल से सूजन और दर्द तुरंत कम हो जाएगा| गठिया होने पर भी बर्फ के इस्तेमाल से उस जगह को सुन्न करके सूजन को कम किया जा सकता है|
जो मरीज घुटनों के प्रतिथापन (नी रिप्लेसमेंट) की सर्जरी करवा चुके हैं, वे डॉक्टर के द्वारा बताई गयी दवाओं के साथ-साथ कोल्ड कंप्रेस का इस्तेमाल कर सकते हैं|
कोल्ड कंप्रेस का इस्तेमाल कीजिये

- एक मुलायम तौलिया या कपड़े में तीन से चार बर्फ के टुकड़े (आइस क्यूब्स) रखिये|
- तौलिया के चारों किनारों को पकड़कर बण्डल बना लीजिये| अब आपका कोल्ड कंप्रेस तैयार है| अपने पैरों के नीचे तकिया रखकर कोल्ड कंप्रेस को घुटनों के पीछे की ओर इस्तेमाल कीजिये|
- कोल्ड कंप्रेस को पंद्रह से बीस मिनट तक इस्तेमाल कीजिये| अगर आवश्यक हो, तो आप तौलिया में बर्फ के और भी टुकड़े रख सकते हैं|
कोल्ड कंप्रेस, घुटनों के दर्द से छुटकारा पाने के 10 घरेलू उपचार में से एक है| इसका उपयोग करने से दर्द में आराम मिलता है| जब तक सूजन कम नहीं हो जाती, आप इसे दिन में तीन से चार बार इस्तेमाल कीजिये|
विधि 2: सेब के सिरका द्वारा
सेब का सिरका घुटनों का दर्द कम करने के लिए काफी प्रभावी होता है| सेब के सिरके का सेवन करने पर यह शरीर में क्षार की मात्रा बढ़ाकर सूजन कम करता है| इस प्रकार दर्द में राहत मिलती है| सेब का सिरका वजन घटाने में भी सहायक है| रह्युमेटोइड आर्थ्राइटिस होने पर सेब के सिरके का इस्तेमाल पैरों की अकड़न कम करने में सहायक है|
इस विधि में उपयोग किया जाने वाल काइएन पेपर दर्द कम करने का काम करता है| अदरक दर्द को कम करके असहजता से राहत देती है| यह घुटनों के दर्द का एक घरेलू उपचार है|
आवश्यक सामग्री:
- सेब का सिरका (नसों की अकड़न कम करता है) – एक चौथाई कप (लगभग 60 मिली0)
- काइएन पेपर (दर्दनिवारक) – आधा बड़ा चम्मच (लगभग 7 ग्राम)
- कद्दूकस की गयी अदरक (सूजन कम करती है) – आधा बड़ा चम्मच (लगभग 7 ग्राम)
1. काइएन पेपर और अदरक को सेब के सिरके में डालिए
- एक चौथाई कप रॉ अनफिल्टर्ड सेब का सिरका लीजिये|
- इसमें आधा बड़ा चम्मच काइएन पेपर डालिए|
- अब इसमें आधा बड़ा चम्मच कद्दूकस की गयी अदरक डालिए|
2. सभी पदार्थों को अच्छी तरह से मिलाकर इस्तेमाल करें

- सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिलाकर घुटनों पर लगायें|
- इसे बीस मिनट तक ऐसे ही लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें|
घुटनों की सूजन और दर्द कम करने के लिए तैयार मिश्रण को चार से पांच दिनों तक दिन में दो बार घुटनों पर लगायें| जब तक दर्द कम नहीं हो, जाता इस उपचार का इस्तेमाल करते रहिये|
आप एक कप (लगभग 250 मिली0) पानी में दो छोटे चम्मच (लगभग 10 मिली0) सेब का सिरका मिलाकर दिन में दो बार इस पेय का सेवन भी कर सकते हैं| इस पेय का सेवन घुटनों और इसके आस-पास जमा हुए खनिज पदार्थों को हटाने में सहायक है|
विधि 3: हल्दी का उपयोग करके
हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन यौगिक सूजन कम करके घुटनों के दर्द में आराम देने में सहायक है| अगर आपके घुटनों में चोट लगी है, तो हल्दी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट चोट को जल्दी ठीक कर देते हैं| आप हल्दी में काली मिर्च पाउडर भी मिला सकते हैं| यह घुटनों के दर्द से छुटकारा पाने के 10 घरेलू उपचार से एक घरेलू उपाय है|
आवश्यक सामग्री:
- हल्दी पाउडर (सूजन खत्म करता है) – एक छोटा चम्मच (लगभग 5 ग्राम)
- काली मिर्च पाउडर (दर्दनिवारक) – एक चौथाई छोटा चम्मच (लगभग 1 ग्राम)
हल्दी और काली मिर्च पाउडर के मिश्रण का सेवन करें

- एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर में एक चौथाई छोटा चम्मच काली मिर्च पाउडर डालें|
- इन्हें अच्छी तरह से मिलाकर सेवन करें| अगर आप इस तरह से हल्दी का सेवन नहीं कर पा रहे हैं, तो हल्दी और काली मिर्च पाउडर के मिश्रण को एक गिलास (लगभग 250 मिली0) गर्म दूध में मिलाकर सेवन करें|
दिन में दो बार इस मिश्रण का सेवन करें| आपको एक हफ्ते में ही परिणाम देखने को मिलेंगे|
अगर आपको हल्दी पाउडर के सेवन में कठिनाई होती है, तो आप दिन में दो बार हल्दी के सप्लीमेंट (500 मिलीग्राम) भी ले सकते हैं| अगर आपको लम्बे समय से घुटनों में दर्द की शिकायत है, तो इसे पूरी तरह से ठीक होने में छह सप्ताह का समय लग सकता है|
विधि 4: कैस्टर ऑयल की मालिश द्वारा
घुटनों का दर्द कम करने के लिए कैस्टर ऑयल एक प्रभावी घरेलू उपचार होता है| त्वचा आसनी से कैस्टर ऑयल को ग्रहण कर लेती है| कैस्टर ऑयल के सूजन खत्म करने वाले गुणों के कारण यह गठिया के दर्द का एक लोकप्रिय उपाय बन गया है|
घुटनों पर कैस्टर ऑयल से मालिश कीजिये

- थोड़े-से कैस्टर ऑयल को गर्म कर लीजिये|
- अब तेल से घुटनों पर मालिश कीजिये|
- बेहतर रहेगा कि आप रात को सोते समय तेल से मालिश करें, ताकि तेल रातभर घुटनों में लगा रहे|
- आप गर्म कैस्टर ऑयल को सूती कपड़े में लेकर इसे घुटनों पर रख सकते हैं| अब कपड़े को एक हल्की प्लास्टिक (प्लास्टिक रैप) से ढक दीजिये और रातभर ऐसे ही छोड़ दीजिये|
आपको कैस्टर ऑयल के पहली बार के इस्तेमाल से ही फर्क महसूस होगा| इसे एक से दो सप्ताह तक हर रात इस्तेमाल करने से आप घुटनों के दर्द से छुटकारा पा लेंगे|
विधि 5: सरसों के तेल से मालिश
सरसों के तेल से भी जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द से आराम दिलाता है| सरसों के तेल में सेलेनियम पाया जाता है, यह त्वचा की सूजन खत्म करने वाला यौगिक होता है, जो मोच के दर्द में आराम देता है| इसमें लहसुन की कुछ फांकियाँ मिलाकर घुटनों में मालिश करने से जोड़ों और मांसपेशियों का दर्द काफी कम हो जाता है| घुटनों के दर्द के लिए यह एक घरेलू नुस्खा है|
आवश्यक सामग्री:
- सरसों का तेल (दर्द कम करता है) – दो बड़े चम्मच (लगभग 30 मिली0)
- छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काटी गयी लहसुन की फांकियाँ (सूजन खत्म करने में सहायक) – एक बड़ा चम्मच (लगभग 15 ग्राम)
सरसों के तेल में लहसुन मिलाकर इससे मालिश कीजिये

- एक कटोरी में दो बड़े चम्मच सरसों का तेल निकाल लीजिये|
- इस तेल में एक बड़ा चम्मच कटे हुए लहसुन डालिए|
- अब तेल को माइक्रोवेव में पांच से सात मिनट तक पकाइए| आप इसे डबल बॉयलर में भी पका सकते हैं|
- फिर इसे माइक्रोवेव से बाहर निकालकर थोड़ा-सा ठंडा होने दीजिये|
- जब तेल हल्का गर्म रहे, तो इससे घुटनों पर कुछ देर तक मालिश कीजिये|
- अब घुटनों पर हॉट कंप्रेस रख लीजिये|
दिन में एक बार इस तेल से मालिश करने से आपको एक से दो सप्ताह में ही घुटनों के दर्द से निजात मिल जायेगा|
विधि 6: जिलेटिन और चेरी के सेवन से
हड्डियों की उपास्थि (बोन कार्टिलेज) को बढ़ाने में जिलेटिन काफी प्रभावी सिद्ध हुआ है| यही कारण है कि जिलेटिन घुटनों के पुराने-से-पुराने दर्द में आराम दिलाता है| दूसरी ओर खट्टी चेरी सूजन खत्म करने का काम करती है|
जिलेटिन को चेरी के रस में मिलाकर इसका सेवन करें

- चेरी के आधा कप (लगभग 130 मिली0) रस में दो बड़े चम्मच (लगभग 30 ग्राम) जिलेटिन डालकर मिलाइए|
- तैयार मिश्रण का सेवन कीजिये|
प्रत्येक सुबह चेरी और जिलेटिन के मिश्रण का सेवन करने से आपको दो सप्ताह में ही घुटनों के दर्द से निजात मिल जाएगा| घुटनों के पुराने दर्द को ठीक करने के लिए एक माह तक इसका सेवन कीजिये|
विधि 7: एप्सम साल्ट (मैग्नीशियम) के मिश्रण से
मैग्नीशियम आपके शरीर के ठीक ढंग से काम करने के लिए आवश्यक होता है| मैग्नीशियम हड्डियों में कैल्शियम अवशोषण में भी सहायक होता है| शरीर में मैग्नीशियम की कमी से भी घुटनों और मांसपेशियों में दर्द होने लगता है| मैग्नीशियम का सेवन करने से बेहतर है कि इसके पानी से नहाया जाए| यह घुटनों के दर्द से छुटकारा पाने के 10 घरेलू उपचार में से एक उपाय है|
नहाने के पानी में एप्सम साल्ट मिलाइए

- एक बाथ टब में नहाने योग्य गर्म पानी भर लीजिये| इसमें दो कप (लगभग 500 ग्राम) एप्सम साल्ट डाल दीजिये|
- अब बीस मिनट तक इसमें बैठ जाइये|
दो से तीन सप्ताह या घुटनों का दर्द कम होने तक प्रतिदिन एप्सम साल्ट के पानी से नहाइए|
विधि 8: जिन में भीगे हुए किशमिश के सेवन से
गठिया के दर्द को ठीक करने के लिए जिन में भीगे हुए किशमिश एक बहुत प्राचीन घरेलू नुस्खा है| जिन; जुनिपर बेरीज से बना हुआ एक अल्कोहलिक पेय होता है| इसमें एंटीऑक्सीडेंट और सूजन खत्म करने का गुण पाया जाता है| किशमिश में विटामिन-सी और सैलिसिलिक एसिड अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो दर्द कम करने में सहायक है|
आवश्यक सामग्री:
- किशमिश (दर्द कम करने में सहायक) – आधा कप (लगभग 100 ग्राम)
- जिन (सूजन कम करने में सहायक)
1. किशमिश को जिन में भिगो दीजिये
- बड़ी पेंदी के कटोरे में आधा कप किशमिश ले लीजिये|
- इमसें जिन डालिए, ताकि किशमिश पूरी तरह से डूब जाएँ|
- अब कटोरे को सात से दस दिनों के लिए ढककर रख दें|
2. इसमें से प्रतिदिन नौ किशमिश का सेवन करें

- घुटनों के दर्द के घरेलू उपचार के लिए इसमें से नौ किशमिश का प्रतिदिन सेवन कीजिये|
एक से आठ हफ़्तों में ही आपको घुटनों के लक्षणों में आराम मिल जाएगा|
विधि 9: कलौंजी के तेल से मालिश
कलैंजी के तेल में दर्द और सूजन कम करने का गुण पाया जाता है| गठिया रोग के इलाज में भी कलौंजी के तेल का इस्तेमाल किया जाता है| यह घुटनों के दर्द से छुटकारा पाने के 10 घरेलू उपचार में से एक नुस्खा है|
कलौंजी के तेल से घुटनों पर मालिश कीजिये

- घुटनों पर कलौंजी के तेल से मालिश कीजिये|
- इसे एक घंटे तक ऐसे ही छोड़ दें, ताकि त्वचा; कलौंजी के तेल को पूरी तरह से ग्रहण कर सके|
- फिर त्वचा को गुनगुने पानी से धो लें|
घुटनों में दर्द होने पर दिन में दो बार कलौंजी के तेल से मालिश करें|
विधि 10: व्यायाम करके
घुटनों को मजबूत बनाने के व्यायाम करना घुटनों के दर्द कम करने में सहायक है|
# पैर को सीधा ऊपर उठाना

- समतल सतह पर पीठ के बल लेट जाइए|
- घुटनों को मोड़कर एक पैर को जमीन पर रखिये|
- दूसरे पैर को ऊपर की ओर सीधा उठाइये|
- इस पैर को पांच सेकंड तक सीधा किये रहिये, फिर इसे नीचे रख दीजिये|
दोनों पैरों पर दस से पंद्रह बार ऐसा कीजिये|
# एड़ियों को ऊपर उठाना

- एक मजबूत कुर्सी के पीछे सामने की ओर मुंह करके खड़े हो जाइए|
- अब अपनी एड़ियों को धीरे-धीरे ऊपर उठाइये|
- एड़ियों को ऊपर उठाकर पांच से दस सेकंड के बाद नीचे कर लीजिये|
इसे दस से पंद्रह बार दोहराइए| दिन में तीन बार यह व्यायाम कीजिये|
सुझाव
- जब आपके घुटनों में दर्द हो, तो अधिक बल लगाने वाले व्यायाम या कार्य; जैसे दौड़ना, एरोबिक आदि न कीजिये|
- आप तैराकी, पानी में जॉगिंग और वाटर एरोबिक कर सकते हैं|
- अगर आप रह्युमेटोइड आर्थ्राइटिस और ओस्टियोआर्थ्राइटिस से पीड़ित हैं, तो आप एक्यूपंक्चर थेरेपी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं|
- घुटनों या पैरों में चोट लगने के बाद दौड़ें नहीं| और समतल सतह पर चलें|
- घुटनों में चोट लगने के अगले 72 घंटों में गर्म जगह पर जाने से बचें क्योंकि गर्म वातावरण से त्वचा में सूजन आ जाती है|
- हड्डियों को मजबूत और वजन को नियंत्रण में रखने के लिए स्वास्थ्यवर्धक भोजन का सेवन कीजिये|
- चोट लगने पर घुटनों को आराम देने के लिए आप बाजार से नी ब्रेस (घुटनों की पट्टी) भी खरीद सकते हैं|