बदलता मौसम सुहावना होने के अलावा अपने साथ खांसी-जुकाम भी लेकर आता है और इस बदलते मौसम में खांसी के फ्लू से बच पाना नामुमकिन हो जाता है| अगर आप खांसी का रामबाण इलाज करना चाहते हैं, तो आपको यहाँ बताये गए घरेलू नुस्खों को अपनाना चाहिए|
ऐसा कोई भी नहीं है, जो बीमार होना चाहता हो| लेकिन इस तरह के हल्के सर्द मौसम में लगातार बनी रहने वाली खांसी से काफी परेशानी होती है| बहुत बार खांसी आने से आपके फेफड़े सूख चुके होते हैं और अब आपको खांसी की दवा की जरूरत पड़ती है| लेकिन ये दवाएं आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं|
मेडिकल स्टोर में मिलने वाली खांसी की दवाएं तुरंत अपना असर दिखाती हैं, लेकिन ये दवाएं शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर बना देती हैं| इसलिए इन गुलाबी और हरे रंग के सीरप के सेवन के बजाय आप खांसी की अचूक दवा बनाने के घरेलू उपचारों या दादी-नानी के नुस्खों का इस्तेमाल कीजिये|
कई सालों से खांसी के इलाज के लिए प्राकृतिक, घरेलू कफ सीरप का इस्तेमाल किया जाता रहा है| घरेलू कफ सीरप न केवल खांसी को नियंत्रित करते हैं, बल्कि संक्रमण से बचने के लिए आपके शरीर की क्षमता को बढ़ाते हैं| यहाँ बताये जा रहे कफ सीरप में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियां आपकी रसोई में आसानी से मिल जायेंगी| घर पर बने कफ सीरप के इस्तेमाल से आपको सूखी खांसी से छुटकारा मिलेगा और गले को आराम भी मिलेगा|
अगर आपको, आपके बच्चे या घर के किसी भी सदस्य को खांसी हो रही है, तो आपको कफ सीरप बनाने के 6 घरेलू उपचारों का उपयोग करना चाहिए|
Contents
विधि 1: व्हिस्की से बना कफ सीरप
अगर आप रातभर खांसी से परेशान रहे हैं, तो व्हिस्की से बना कफ सीरप आपको आराम देगा| इसमें शहद, नींबू और व्हिस्की का इस्तेमाल किया गया है| नींबू आपके शरीर को संक्रमण से बचने के लिए विटामिन-सी प्रदान करता है| शहद सूक्ष्म जीवाणुओं को मारता है और गले को राहत पहुंचाता है| व्हिस्की आपके लिए एक अच्छी नींद में सहायक होती है|
आवश्यक सामग्री:
- बर्बन व्हिस्की (नींद में सहायक) – दो बड़े चम्मच (लगभग 30 मिली0)
- नींबू का ताजा रस (विटामिन-सी की अधिकता) – दो बड़े चम्मच (लगभग 30 मिली0)
- शहद (एंटीबैक्टीरियल) – एक बड़ा चम्मच (लगभग 15 ग्राम)
1. बर्बन व्हिस्की और नींबू के रस को पका लें
- एक बर्तन में दो बड़े चम्मच बर्बन व्हिस्की डालें|
- इसमें दो बड़े चम्मच नींबू का ताजा रस डालें|
- अब बर्तन को इंडक्शन या गैस पर चढ़ा दें और इसमें उबाल आने दें|
- फिर गैस बंद कर दें और मिश्रण को ठंडा होने दें|
2. इसमें शहद मिलाकर एक जार में पलट लें
- बर्बन व्हिस्की और नींबू के रस के मिश्रण को कांच के एक जार में पलट लें|
- इसमें एक बड़ा चम्मच शहद डालें|
- एक हैण्ड ब्लेंडर की सहायता से तीनों पदार्थों को अच्छी तरह से मिला लें|
रात में सोने से पहले तैयार कफ सीरप से दो चम्मच सीरप का सेवन करें| अगली सुबह आप देखेंगे कि आपको खांसी से छुटकारा मिल गया है| अगर आवश्यक हो, तो आप आगे भी इस सीरप का सेवन कर सकते हैं|
तैयार व्हिस्की कफ सीरप को फ्रिज में एक से दो सप्ताह तक सुरक्षित रखा जा सकता है| यह खांसी का रामबाण इलाज होता है| जब आपको इसका सेवन करना हो, तो पञ्च मिनट पहले फ्रिज से निकालकर रख दीजिये, फिर सेवन कीजिये|

विधि 2: शहद-साइट्रस कफ सीरप (बच्चों के अनुकूल)
छह साल से कम उम्र के बच्चों को बहुत जल्दी सर्दी-खांसी हो जाती है क्योंकि उनका प्रतिरक्षा तंत्र खांसी से बचने के लिए काफी कमजोर होता है| अगर आपके घर में बच्चे हैं, तो आप यह घरेलू कफ सीरप जरूर बनाइये|
इसमें शहद, नींबू और नारियल तेल का इस्तेमाल किया गया है| नींबू में अधिक मात्रा में पाया जाने वाला विटामिन-सी बच्चे के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है, शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं, जो कीटाणुओं को खत्म कर देते हैं| एलर्जी के कारण हो रही खांसी में भी यह काफी फायदेमंद है| नारियल तेल अति सूक्ष्म जीवाणुओं को मारता है और खून में सफ़ेद रक्त कोशिकाओं की संख्या को बढ़ाता है, जो संक्रमण खत्म करने में सहायक है|
आवश्यक साम्रगी:
- शुद्ध शहद (सूक्ष्म जीवाणुओं को मारता है) – एक तिहाई कप (लगभग 70 ग्राम)
- नींबू का ताजा रस (रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है) – चार बड़े चम्मच (लगभग 60 मिली0)
- शुद्ध नारियल तेल (रोगाणुओं को खत्म करता है) – दो बड़े चम्मच (लगभग 30 मिली0)
1. शहद, नींबू के रस और नारियल तेल को मिला लें
- एक जार में दो बड़े चम्मच शुद्ध नारियल तेल निकालिए|
- इसमें चार बड़े चम्मच नींबू का ताजा रस डालिए|
- फिर इसमें एक तिहाई कप शुद्ध शहद डालिए|
2. अच्छे से मिलाकर सेवन कीजिये

- एक हैण्ड ब्लेंडर की सहायता से तीनों पदार्थों को अच्छी तरह से मिला लें|
अपने बच्चे को खांसी के अचूक कफ सीरप को दिन में दो से तीन बार दीजिये| वयस्क दिन में दो बार एक बड़ा चम्मच इस कफ सीरप का सेवन कर सकते हैं, जब तक कि खांसी से छुटकारा नहीं मिल जाता|
आप इस कफ सीरप को एक से दो दिन फ्रिज में सुरक्षित रख सकते हैं| जब भी आपको इसका सेवन करना हो, तो इसे पांच मिनट पहले फ्रिज से निकालकर रख दीजिये| आवश्यकतानुसार आप इसे फिर से बना सकते हैं|
विधि 3: सिरके से बना कफ सीरप
सेब के सिरके से कफ सीरप बनाने में अदरक का इस्तेमाल किया गया है, जो बलगम को खत्म करने में सहायक है| इसमें उपयोग किया गया काइएन पेपर गले के दर्द को कम करता है| यह खांसी का रामबाण इलाज होता है|
सेब का सिरका सभी बीमारियों का रामबाण इलाज है| वयस्कों के लिए घरेलू कफ सीरप बनाने में सेब का सिरके का इस्तेमाल किया जाता है| रॉ, अनफिल्टर्ड सेब के सिरके में ऐसे एन्जाइम पाये जाते हैं, जो सूक्ष्म जीवाणुओं को मारते हैं और संक्रमण को खत्म करते हैं|
आवश्यक सामग्री:
- रॉ, अनफिल्टर्ड सेब का सिरका (सूक्ष्म जीवाणुओं को मारता है) – दो बड़े चम्मच (लगभग 30 मिली0)
- जैतून का शुद्ध तेल (एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल) (गले को आराम पहुंचाता है) – दो बड़े चम्मच (लगभग 30 मिली0)
- शुद्ध शहद (गले में राहत देता है) – छह बड़े चम्मच (लगभग 90 ग्राम)
- काइएन पेपर पाउडर (गले के दर्द को कम करता है) – ⅛ छोटा चम्मच (लगभग आधा ग्राम)
- कद्दूकस की गयी अदरक (खांसी से बनने वाले कफ को कम करती है) – एक बड़ा चम्मच (लगभग 15 ग्राम)
1. सभी सामग्रियों को एक जार में निकाल लें
- कांच के एक जार में छह बड़े चम्मच शुद्ध शहद डालें|
- इसमें दो बड़े चम्मच सेब का सिरका डालें|
- अब इसमें दो बड़े चम्मच जैतून का शुद्ध तेल (एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल) डालें
- इसमें ⅛ छोटा चम्मच काइएन पेपर पाउडर डालें|
- फिर इसमें एक बड़ा चम्मच कद्दूकस की गयी अदरक डालें|2.
2. सामग्रियों को अच्छे से मिलाकर सेवन करें
- एक हैण्ड ब्लेंडर की सहायता से सभी पदार्थों को अच्छी तरह से मिला लें|
- अब जार का ढक्कन बंद कर दें और इसे आठ घंटों के लिए ऐसे ही रख दें|
- अब इस मिश्रण को छानकर फ्रिज में रख दें|
जब भी आपको तैयार कफ सीरप का सेवन करना हो, तो इसे फ्रिज से निकालकर कुछ देर कमरे में रख दें या फिर हल्का गर्म कर लें| दिन में दो से तीन बार एक छोटा चम्मच इस सीरप के सीवन से आपको खांसी से छुटकारा मिल जायेगा|
इस घरेलू कफ सीरप को दो से चार सप्ताह तक फ्रिज में सुरखित रखा जा सकता है| यह खांसी का रामबाण इलाज होता है| जब आपको इसका सेवन करना हो, तो सेवन करने के पांच मिनट पहले इसे फ्रिज से निकालकर रख दीजिये|

विधि 4: थाइम से बना कफ सीरप
यह कफ सीरप सामान्य खांसी और ब्रोंकाइटिस; दोनों के लिए फायदेमंद होता है| इस कफ सीरप को बनाने में काली मिर्च, अदरक, शहद और थाइम का इस्तेमाल किया गया है| थाइम एक प्रकार की औषधि होती है, यह बाजार या ऑनलाइन आसानी से मिल जाती है|
काली मिर्च रक्त संचार ठीक करती है और इससे गले में आराम मिलता है| अदरक फेफड़ों में जमा कफ को बाहर निकालने में सहायक है| थाइम रोगाणुओं को मारने में सहायक है और गले में आराम पहुंचाता है|
आवश्यक सामग्री:
- थाइम (वायुमार्गों में आराम पहुंचाता है) – एक छोटा चम्मच (लगभग 5 ग्राम)
- काली मिर्च पाउडर (कफ को बाहर निकालता है) – एक छोटा चम्मच (लगभग 5 ग्राम)
- कद्दूकस की गयी अदरक (कफ को पतला बना देती है) – एक छोटी चम्मच (लगभग 5 ग्राम)
- शुद्ध शहद (गले की सूजन कम करता है) – चार बड़े चम्मच (लगभग 60 ग्राम)
- पानी – एक चौथाई कप (लगभग 60 मिली0)
1. काली मिर्च, अदरक और थाइम को पानी में डालिए
- एक बर्तन में एक चौथाई कप पानी डालकर इंडक्शन या गैस पर चढ़ा दीजिये|
- इसमें एक-एक छोटा चम्मच काली मिर्च पाउडर, कद्दूकस की गयी अदरक और थाइम डालिए|
2. इसे उबालकर छान लीजिये
- मिश्रण में एक उबाल आने दें|
- फिर धीमी आंच पर पांच से दस मिनट तक पकने दें|
- अब गैस बंद कर दें और तैयार मिश्रण को एक कप में छान लें|
- मिश्रण के हल्का-ठंडा होने के बाद इसमें शहद डाल दें|
3. अच्छे से मिलाकर जार में भर लें

- एक हैण्ड ब्लेंडर की सहायता से इसे अच्छी तरह से मिला लें|
- तैयार घरेलू कफ सीरप को कांच के हवाबंद/ एयरटाइट डिब्बे में पलट लें|
- इस कफ सीरप को सूर्य की रोशनी से दूर रखें|
खांसी के इलाज के लिए दिन में दो से तीन बार एक छोटा चम्मच इस सीरप का सेवन कीजिये| इस कफ सीरप को धूप से दूर एक से दो सप्ताह तक सुरक्षित रखा जा सकता है| संभव हो तो इसे किसी ठण्डी जगह पर ही रखें|
विधि 5: अनानास के रस से बना कफ सीरप
दवा की दुकानों में मिलने वाले कफ सीरप का स्वाद काफी कड़वा होता है और इन्हें बनाने में अनावश्यक कृत्रिम पदार्थों का उपयोग किया जाता है| खांसी को ठीक करने के लिए अनानास से बना कफ सीरप एक स्वादिष्ट घरेलू नुस्खा है|
अनानास में ब्रोमलेन एंजाइम पाया जाता है, यह सूजन कम करने का काम करता है और कफ को पतला करके गले में आराम दिलाता है| अनानास में विटामिन-सी भी अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो आपके प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है| आप इसमें थोड़ा-सा सी साल्ट मिला सकते हैं| सी साल्ट एंटीसेप्टिक की तरह काम करेगा और शहद संक्रमण से रक्षा करेगा|
आवश्यक सामग्री:
- अनानास का ताजा रस (सूजन कम करता है) – एक कप (लगभग 250 मिली0)
- शुद्ध शहद (सूक्ष्म जीवाणुओं को मारता है) – एक बड़ा चम्मच (लगभग 15 ग्राम)
- सी साल्ट (एंटीसेप्टिक) - ⅛ छोटा चम्मच (लगभग आधा ग्राम)
अनानास के रस में शहद और सी साल्ट मिलाइए
- अनानास के ताजे रस में एक बड़ा चम्मच शहद डालिए|
- इसमें ⅛ छोटा चम्मच सी साल्ट डालिए|
- एक हैण्ड ब्लेंडर की सहायता से सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिला लें|
- तैयार कफ सीरप को कांच के हवाबंद/एयरटाइट जार में पलटकर फ्रिज में रख दें|
खांसी होने पर आप इसे फ्रिज से निकालकर थोड़ी देर कमरे में रख दीजिये, ताकि इसका तापमान सामान्य हो जाए| इस कफ सीरप में से दो से तीन चम्मच का दिन में 4 बार सेवन कीजिये|

विधि 6: प्याज से बना कफ सीरप
प्याज से कफ सीरप बनाने में लौंग का भी इस्तेमाल किया गया है, जो दर्द कम करती है और अदरक कफ को बाहर निकाल देती है| शहद से सीरप का स्वाद मीठा हो जाता है| नींबू शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है|
आयुर्वेदिक उपचारों में प्याज को एक प्रलेप की तरह इस्तेमाल किया जाता है| खांसी ठीक करने के लिए प्याज काफी प्रभावी तरीका है| प्याज में सल्फर अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो सूजन कम करने का काम करता है| प्याज में एंटीऑक्सीडेंट भी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं, जो खराब पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में सहायक हैं|
आवश्यक सामग्री:
- छोटे-छोटे टुकड़ों में कटा हुआ प्याज (सूजन कम करता है) – एक बड़ा प्याज
- शुद्ध शहद (गले में आराम पहुंचाता है) – दो तिहाई कप (लगभग 140 ग्राम)
- लौंग (दर्द कम करती है) – दस
- पतले-पतले टुकड़ों में कटी हुई अदरक (कफ को बाहर निकालती है) – एक इंच
- नींबू का रस (रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है) - आधा नींबू
1. शहद, प्याज, अदरक और लौंग को मिला लें
- एक बर्तन में दो तिहाई कप शुद्ध शहद डालकर इंडक्शन या गैस पर चढ़ा दीजिये|
- एक बड़े प्याज को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर इसमें डाल दीजिये|
- एक इंच अदरक को पतले-पतले टुकड़ों में काटकर इसमें डालें|
- फिर दस लौंग को भी इसमें डाल दीजिये|
2. इसमें नींबू का रस डालकर बीस मिनट तक पकाइए\
- इसमें आधा नींबू निचोड़ दें|
- अब बर्तन को कांच के ढक्कन से ढक दें और धीमी आंच पर बीस मिनट तक पकने दें|
- फिर बर्तन को गैस पर से उतार लें और सीरप को हल्का ठंडा हो जाने दें|
3. तैयार सीरप को जार में छान लें

- तैयार कफ सीरप को कांच के हवाबंद/एयरटाइट जार में छान लें और पूरी तरह से ठंडा हो जाने दें|
- जब यह ठंडा हो जाए, तो जार का ढक्कन बंद कर दें|
खांसी के इलाज के लिए हर दो से तीन घंटे में एक छोटे चम्मच इस सीरप का सेवन कीजिये| आप इस सीरप को एक माह तक फ्रिज में सुरक्षित रख सकते हैं| यह खांसी का रामबाण इलाज होता है|
सुझाव
- कफ सीरप को अधिक प्रभावी बनाने के लिए कार्बनिक और अनप्रोसेस्ड सामग्रियों का इस्तेमाल करें|
- अगर कफ सीरप से बदबू आने लगे तो इसे फेंक दें और फिर से बना लें|
- आप अपनी जरूरत के हिसाब से सामग्रियों की मात्रा को कम या ज्यादा कर सकते हैं |