मुंह में छाले हो जाना एक आम समस्या है| अगर आपके भी मुंह में छाले हुए है, तो अधिक गर्म और कड़वे (तीखे) भोजन से आपके मुंह में जलन का अहसास होता है| अगर खाना खाते समय आपके मुंह में चुभने जैसा महसूस होता है, तो आप कुछ घरेलू उपचारों का इस्तेमाल करके मुंह के छालों को जल्दी ठीक कर सकते हैं|
मुंह के अंदर के छाले छोटे होते है, इनमें सूजन आ जाती है| ये छाले मसूड़ों, गले या मुंह के कोमल भागों में हो जाते हैं| छोटे छाले एक या दो सप्ताह में ही समाप्त हो जाते हैं, जबकि बड़े छाले समूहों में होते हैं और इन्हें ठीक होने में कम-से-कम छह सप्ताह का समय लग जाता है|
Contents
- मुंह में छाले होने के लक्षण और कारण
- मुंह में छालों की रोकथाम
- मुंह के छाले ठीक करने के घरेलू उपचार
- सुझाव
मुंह में छाले होने के लक्षण और कारण
- मुंह के अंदर होने वाले छाले हल्के सफ़ेद रंग के होते हैं| इनके आस-पास की त्वचा लाल पड़ जाती है और छाला फूटने के एक या दो दिन पहले इसमें जलन होने लगती है|
- ये छाले एक या समूह में भी हो सकते हैं| मुंह के अंदर छाले हो जाने से बोलने और खाना खाने तक में तकलीफ होती है|
- मुंह में छाले होने का कोई एक निश्चित कारण नहीं होता है, बल्कि ये छाले कई कारणों से हो सकते हैं| जैसे; मुंह के अंदर के भागों के कट जाने से कोमल ऊतकों में घाव हो जाता है और बहुत तेजी से ब्रश करने से भी मुंह में छाले हो जाते हैं|
- किसी एलर्जी के कारण या भावनात्मक तनाव लेने से भी मुंह में छाले हो जाते हैं|
- कभी-कभी यौवनारंभ, मासिक धर्म आरम्भ होने और मासिक धर्म बंद होने के समय हार्मोन में बदलाव होने से भी मुंह में छाले हो जाते हैं| पुरुषों की तुलना में महिलाओं में मुंह में छाले होने की समस्या अधिक रहती है|
मुंह में छालों की रोकथाम
- बहुत अधिक गर्म, मसालेदार और खट्टे भोजन का सेवन न करें| इस तरह के भोजन के सेवन से छाले बढ़ जाते हैं| कॉफ़ी, चॉकलेट और अखरोट का सेवन भी इस समस्या को बढ़ा सकते हैं| इसलिए इनके सेवन से भी बचना चाहिए|
- पार्सले (धनिया की तरह दिखने वाली), सैल्मन मछली, पालक, काले (एक प्रकार की गोभी), गाजर और दही (योगर्ट) का सेवन बार-बार होने वाले छालों से निजात दिलाता है| इनमें विटामिन-बी12, फोलेट, जिंक और आयरन पाया जाता है, जो छालों को बढ़ने से रोकने में सहायक है|
- अगर आपको बार-बार मुंह में छाले हो जाते हैं, तो सोडियम लॉरिल सल्फ़ेट वाले टूथपेस्ट का इस्तेमाल न करें क्योंकि यह भी छालों के बढ़ने का एक कारण होता है|
मुंह के छाले ठीक करने के घरेलू उपचार
मुंह के छालों को ठीक करने के लिए बाजार में मिलने वाली दवाइयों के कई तरह के साइड इफेक्ट भी होते हैं और इनके परिणाम भी संतोषजनक नहीं होते हैं|
घरेलू उपचार मुंह के छालों में बिना किसी साइड इफेक्ट के आराम पहुंचाते हैं और ये महंगे भी नहीं पड़ते हैं| यहाँ मुंह के छालों को ठीक करने के 12 घरेलू उपचार बताये जा रहे हैं|
विधि 1: नमक का पानी
मुंह के छालों को ठीक करने के लिए नमक के पानी से कुल्ला करना एक प्रभावी तरीका होता है| नमक के पानी से कुल्ला करने से मुंह का स्वास्थ्य ठीक बना रहता है| अक्सर दांतों का इलाज करवाने के बाद नमक के पानी से कुल्ला करने की सलाह दी जाती है| ऐसे करना दांतों को जल्दी ठीक करने में सहायक है|
नमक के पानी से कुल्ला करने से छालों में भरा हुआ पानी बाहर आ जाता है, जिससे ये सूखने लगते हैं और जल्दी ठीक हो जाते हैं| छालों में भरे हुए पानी के बाहर आ जाने से छालों की सूजन भी कम हो जाती है| नमक के इस्तेमाल से छालों में इन्फेक्शन (संक्रमण) भी नहीं होने पाता है और गर्म पानी दर्द में आराम देता है| नमक के पानी से कुल्ला करने से दांतों के दर्द से भी आराम मिलता है|
आवश्यक सामग्री:
- गर्म पानी (दर्द से आराम दिलाता है) - एक कप (लगभग 250 मिली0)
- नमक (कीटाणुओं को खत्म करता है) – एक छोटा चम्मच (लगभग 5 ग्राम)
1. पानी में नमक डालें
- एक कप गर्म पानी में एक छोटा चम्मच नमक मिलाएं|
- चम्मच की सहायता से इसे अच्छे से मिला लें, ताकि नमक; पानी में पूरी तरह से घुल जाए|
2. तैयार मिश्रण से कुल्ला कीजिये
- तैयार मिश्रण को मुंह में भरकर थोड़ी देर तक कुल्ला कीजिये|
इस उपचार को दिन में तीन बार इस्तेमाल कीजिये| आपको एक या दो दिनों में ही आराम मिल जाएगा, लेकिन जब तक मुंह के छाले पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते, इस उपचार का उपयोग करते रहिये|
विधि 2: फिटकरी
मुंह के छालों को ठीक करने के लिए फिटकरी एक बहुत प्रभावी उपचार है| यह बहुत ही आसानी से मिल जाती है|
फिटकरी की कसैली प्रकृति छालों को सुखाने और जल्दी ठीक करने में सहायक है| इसे इस्तेमाल करने पर सबसे पहले त्वचा में जलन होती है, लेकिन बाद में यह त्वचा को सुन्न कर देती है और दर्द से आराम दिलाती है|
फिटकरी को मुंह के छालों पर रखिये

- मटर के दाने के आकार की फिटकरी लेकर इसे मुंह के छालों पर रखिये| इसे एक मिनट तक छालों पर ही रखे रहिये और फिर सादे पानी से कुल्ला कर लीजिये|
- अगर आप पिसी हुई या दानेदार फिटकरी का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो रुई को गीला करके इसमें पिसी हुई या दानेदार फिटकरी लेकर इसे छालों पर रखें|
- इसके कड़वे स्वाद से आपकी लार निकलेगी, लेकिन लार को छालों पर न जाने दें|
- आम तौर पर फिटकरी के एक बार के ही इस्तेमाल से मुंह के छालों से आराम मिल जाता है, लेकिन अगर आपके मुंह में गंभीर रूप से छाले हो गए हैं, तो आप कई बार फिटकरी का इस्तेमाल कर सकते हैं|
मुंह के छालों के इलाज के लिए लगातार दो से तीन दिनों तक दिन में दो बार फिटकरी का इस्तेमाल कीजिये|
विधि 3: सेब का सिरका
रॉ, अनफिल्टर्ड सेब के सिरके की कसैली प्रकृति मुंह के छालों को ठीक करने के लिए काफी फायदेमंद होती है| सेब का सिरका सूजे हुए छालों में से अतिरिक्त पानी को सुखा देता है| यह छालों में इन्फेक्शन (संक्रमण) के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को बढ़ने से भी रोकता है|
सेब के सिरके को छालों पर लगाएं

- साफ़ रुई (कॉटन स्वैब) को रॉ, अनफिल्टर्ड सेब के सिरके में डुबोइए| फिर इसे मुंह के छालों पर लगा लीजिये |
- जब आप सेब के सिरके में बिना पानी मिलाये इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इसे सिर्फ छालों पर ही लगायें, आस-पास की त्वचा में न लगायें| क्योंकि अगर सेब का सिरका दांतों पर लग जाता है, तो यह दांतों के रंग को फीका कर देता है|
छालों को पूरी तरह से ठीक करने के लिए लगातार एक से दो दिनों तक दिन में 3 से 4 बार सेब के सिरके का इस्तेमाल कीजिये|
विधि 4: एस्पिरिन/डिस्पिरिन
मुंह के छालों को ठीक करने के लिए एस्पिरिन/डिस्पिरिन के इस्तेमाल से आपको दर्द का अहसास नहीं होता है| यह छालों के दर्द को भी कम कर देती है, जिससे छालों में घाव नहीं होने पाता है| मुंह के छालों को ठीक करने के लिए कम मिलीग्राम वाली एस्पिरिन/डिस्पिरिन का इस्तेमाल कीजिये|
मुंह के छालों के लिए एक दिन में 4 ग्राम से अधिक एस्पिरिन/डिस्पिरिन के इस्तेमाल की सलाह नहीं दी जाती है|
आवश्यक सामग्री:
- एस्पिरिन/डिस्पिरिन (कम mg वाली) – दो या तीन टेबलेट
- पानी
1. एस्पिरिन/डिस्पिरिन से पेस्ट बना लें
- एक छोटी कटोरी में दो या तीन एस्पिरिन/डिस्पिरिन (कम mg वाली) रखिये| अगर आप चाहें तो आवश्यकतानुसार एस्पिरिन/डिस्पिरिन की मात्रा कम भी कर सकते हैं|
- इसमें थोड़ा-सा पानी मिलाकर एस्पिरिन/डिस्पिरिन को घोलिये| अब आपका पेस्ट बनकर तैयार है|
2. तैयार पेस्ट को मुंह के छालों पर लगाइए

- साफ़ रुई (कॉटन स्वैब) की सहायता से तैयार एस्पिरिन/डिस्पिरिन पेस्ट को मुंह के छालों पर लगाएं|
- पांच मिनट बाद लगाए गए पेस्ट को सादे पानी से धो लें|
दिन में दो बार एस्पिरिन/डिस्पिरिन पेस्ट का इस्तेमाल कीजिये| इस उपचार के इस्तेमाल से दो से तीन दिनों में छालों से आराम मिल जाता है|
विधि 5: बेकिंग सोडा
आपके मुंह में अम्ल के मौजूद रहने से मुंह के छाले ठीक नहीं हो पाते हैं| बेकिंग सोडा आपके मुंह में मौजूद अम्लों को बेअसर कर देता है और इसे क्षारीय बना देता है|
बेकिंग सोडा मुंह के छालों को जल्दी से ठीक कर देता है| यह छालों की सूजन को बहुत जल्द कम कर देता है|
आवश्यक सामग्री:
- बेकिंग सोडा (छालों को ठीक करता है )
- पानी
1. बेकिंग सोडा पेस्ट बना लें
- एक छोटी कटोरी में थोड़ा-सा बेकिंग सोडा ले लीजिये|
- इसमें थोड़ा-सा पानी मिलाकर पतला पेस्ट बना लीजिये|
2. तैयार पेस्ट को मुंह के छालों पर लगायें

- बेकिंग सोडा के तैयार पेस्ट को मुंह के छालों पर लगायें|
- इस पेस्ट को कुछ मिनटों तक लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें |
मुंह के छालों से छुटकारा पाने के लिए बेकिंग सोडा पेस्ट काफी प्रभावी रूप से काम करता है|
विधि 6: हाइड्रोजन परॉक्साइड
छालों से आराम पहुँचाने के लिए हाइड्रोजन परॉक्साइड का इस्तेमाल किया जाता है| चोट और घावों को साफ़ करने के लिए हाइड्रोजन परॉक्साइड का उपयोग होता है| ध्यान रहे कि आपको 3% फ़ूड ग्रेड हाइड्रोजन परॉक्साइड का ही प्रयोग करना है|
1. हाइड्रोजन परॉक्साइड में पानी मिलाइए
- एक गिलास में एक चौथाई कप (लगभग 130 मिली0 ) 3% हाइड्रोजन परॉक्साइड निकाल लें|
- इसमें एक चौथाई कप (लगभग 130 मिली0 ) पानी मिलाएं|
2. हाइड्रोजन परॉक्साइड और पानी के मिश्रण से कुल्ला करें

- तैयार हाइड्रोजन परॉक्साइड मिश्रण को मुंह में रखकर एक मिनट तक कुल्ला करें|
- इसी प्रकार से तैयार पूरे मिश्रण से कुल्ला करते रहें| मिश्रण को निगलने की कोशिश न करें क्योंकि इससे आपको जी मिचलाने की समस्या या पेट ख़राब हो सकता है|
मुंह के छालों को पूरी तरह से ठीक करने के लिए लगातार एक से दो दिनों तक दिन में तीन बार इस उपचार का इस्तेमाल कीजिये|
विधि 7: एल-लाइसिन
पौष्टिकता की दृष्टि से स्वास्थ्य की देखभाल करने वाले विशेषज्ञों/डॉक्टरों का यह मानना है कि एल-लाइसिन की कमी से मुंह में छाले हो जाते हैं| मुंह के बाहर के छाले; मुंह के अंदर के छालों से थोड़ा अलग जरूर होते हैं, लेकिन एल-लाइसिन दोनों प्रकार के छालों का इलाज करता है|

एल-लाइसिन वह अमीनो अम्ल होता है, जो शरीर में संश्लेषित नहीं होता है| इसका अर्थ है कि आपको अपने शरीर की आवश्यकता को पूरा करने के लिए इसके सप्लीमेंट लेने होंगे| छालों की शुरुआत होने पर ही एल-लाइसिन लेना आरम्भ कर दें|
- भोजन से एल-लाइसिन प्राप्त करने के लिए मुर्गा, रेड मीट, सार्डिन व कॉड मछली, अंडे और डेयरी उत्पादों का सेवन कीजिये| शाकाहारी लोग शरीर में एल-लाइसिन की पूर्ति के लिए सूखे मेवे और फलियाँ; जैसे मसूर की दाल और बीन्स का सेवन करें|
आप सप्लीमेंट के रूप में 1000 मिलीग्राम की एल-लाइसिन को दिन में तीन बार ले सकते हैं|
विधि 8: पिकल जूस
बिना कोई प्रयास किये मुंह के छालों को ठीक करने के लिए पिकल जूस एक आसान घरेलू उपचार है| पिकल जूस में मुख्य रूप से सिरका और नमक, फिटकरी, सोआ के बीज और लहसुन मिले रहते हैं| इनमें से कुछ पदार्थ मुंह के छालों के उपचार में काम आते हैं| इस प्रकार से अचार का रस मुंह के छालों को ठीक करने का एक उपयुक्त घरेलू उपचार बन जाता है|
पिकल जूस छालों की त्वचा को सुन्न कर देता है, जिससे दर्द से तुरंत आराम मिल जाता है| यह छाले को सुखाकर जल्द-से-जल्द ठीक कर देता है|
मुंह के छालों पर प्रतिदिन पिकल जूस का इस्तेमाल कीजिये

- उंगली में थोड़ा-सा पिकल जूस लेकर मुंह के छालों पर कुछ देर लगाए रहिये और फिर इसे थूक दीजिये|
मुंह के छालों का इलाज करने के लिए दो से तीन दिनों तक लगातार दिन में तीन बार पिकल जूस का इस्तेमाल कीजिये|
विधि 9: लिस्ट्रीन
लिस्ट्रीन; मुंह के छालों को सुन्न करके दर्द से तुरंत आराम देती है| इसमें पाया जाने वाला अल्कोहल मुंह के छाले ठीक करने के लिए इसे काफी प्रभावी बनाता है| इसलिए आपको मुंह के छालों से छुटकारा पाने के लिए अल्कोहल-फ्री माउथवॉश का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए|
लिस्ट्रीन में पाया जाने वाला अल्कोहल छालों के कीटाणुओं को मारकर इसे सुखा देता है और जल्दी से ठीक कर देता है|
दिन में तीन बार लिस्ट्रीन से कुल्ला कीजिये

- एक ढक्कन लिस्ट्रीन लेकर इससे पूरे मुंह में एक मिनट तक कुल्ला कीजिये|
- अब सादे पानी से कुल्ला कर लीजिये|
एक ही दिन में मुंह के छालों को ठीक करने के लिए हर एक घंटे में लिस्ट्रीन से कुल्ला कीजिये|
विधि 10: शुद्ध नारियल तेल
मुंह के छालों के दर्द में आराम पहुँचाने के लिए शुद्ध नारियल तेल एक बहुत प्रभावी उपचार है|शुद्ध नारियल का तेल छालों की सूजन को कम करके छालों के आकार को छोटा कर देता है| इससे दांत छालों पर नहीं लगते हैं|
शुद्ध नारियल तेल जलन भरे दर्द में भी आराम पहुंचाता है|
मुंह के छालों पर नारियय तेल लगाइए

- एक चम्मच नारियल तेल को मुंह में भर लें|
- अब नारियल तेल को छालों पर कुछ देर रखे रहिये और फिर इसे निगल लीजये|
- अगर आप इसे निगल नहीं सकते हैं, तो इसे कचरे के डिब्बे में थूक दीजिये|
दिन में दो या तीन बार इस घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल कीजिये|
विधि 11: टी बैग्स
टी बैग भी मुंह के छालों को ठीक करने में सहायक हैं| चाय में पाया जाने वाला टैनिन; छालों के दर्द और सूजन को कम करता है| टैनिन कसैली प्रकृति का होता है|
आप ब्लैक या ग्रीन टी; किसी का भी टी बैग इस्तेमाल कर सकते हैं| हर्बल चाय का इस्तेमाल बेहतर परिणाम प्रदान करता है|
पहले से इस्तेमाल किये जा चुके टी बैग को छालों पर लगाएं

- टी बैग को कुछ देर गर्म पानी में रखिये|
- फिर इसे पानी से निकाल दीजिये और ठंडा होने दीजिये|
- ठंडा होने पर टी बैग को पांच मिनट तक मुंह के छालों पर लगाएं रखें|
कुछ दिनों तक दिन में दो या तीन बार इस उपचार का इस्तेमाल कीजिये|
विधि 12: दही (योगर्ट)
सादे दही (योगर्ट) में अच्छे बैक्टीरिया पाए जाते हैं, जो मुंह के छालों का इलाज करते हैं| दही (योगर्ट) में पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स आपके मुंह में अच्छे जीवाणुओं को नियंत्रण में रखते हैं और छालों को बढ़ने से रोकते हैं| अगर आप बार-बार होने वाले मुंह के छालों से परेशान हैं, तो दही (योगर्ट) के इस्तेमाल से आपको बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे|
फ्लेवरयुक्त दही के इस्तेमाल की बजाय सादे दही का सेवन कीजिये| सादे दही (योगर्ट) को; फ्रिज में जमे हुए दही (योगर्ट) के मुकाबले बेहतर माना जाता है क्योंकि सादे दही में अच्छे जीवाणु पाए जाते हैं|
सादे दही (योगर्ट) का सेवन कीजिये

- अगर आपको लैक्टोज से एलर्जी है, तो आप सादे दही का सेवन करने के बजाय इसे उंगली में लेकर दिन में तीन बार मुंह के छालों पर लगा सकते हैं|
- जब तक आपके मुंह के छाले ठीक नहीं हो जाते, तब तक आप दिन में तीन बार एक-एक बड़े चम्मच (लगभग 15 ग्राम) दही का सेवन कीजिये|
सुझाव
- मुंह के छालों से आराम पाने के लिए नमक के पानी से कुल्ला करने की तरह ही आप बेकिंग पाउडर को पानी में मिलाकर इससे कुल्ला कर सकते हैं|
- आप फिटकरी को पानी में घोलकर रुई (कॉटन स्वैब) की सहायता से मुंह के छालों पर लगा सकते हैं|
- आप सेब के सिरके में समान मात्रा में बेनाड्रिल मिलाकर मुंह के छालों पर लगा सकते हैं|
- मुंह के छालों को ठीक करने के लिए आप सफ़ेद सिरके में समान मात्रा में पानी मिलाकर इससे भी कुल्ला कर सकते हैं|